ठेके पर चल रही हैं मेरठ में सरकारी राशन की दुकानें, मशीन पर अंगूठा लगाने के बाद भी नहीं मिलता राशन 

  • [By: Meerut Desk || 2025-06-10 16:47 IST
ठेके पर चल रही हैं मेरठ में सरकारी राशन की दुकानें, मशीन पर अंगूठा लगाने के बाद भी नहीं मिलता राशन 

मेरठ। जनपद में सरकारी राशन की दुकानों पर दिनदहाड़े भ्रष्टाचार किया जा रहा है और नियमों की धज्जियाँ उड़ाकर ठेके पर सरकारी दुकानें चलवाई जा रही है। कुछ साल पहले जिला आपूर्ति कार्यालय के कई कर्मचारियों ने कई सौ करोड़ रूपये का राशन घोटाला किया था, अभी तक उन्हें सजा नहीं मिली है। बावजूद गरीबों के निवाले पर डाका डालने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। सस्ते गल्ले की सरकारी दुकान से महीनेवार मोटी रकम वसूलने वाली रिश्वतखोर महिला निरीक्षक तारावती अभी में जेल की हवा खा रही है। लेकिन विभाग में भ्रष्टाचार पुरे उफान पर है। राशन विक्रेताओं की कई बार शिकायत करने के बावजूद विभाग खामोश बैठा रहता है। जनपद में अधिकांशतः कोटेदार उपभोक्ता का अंगूठा लगाने के बाद भी पूरा राशन नहीं देता। कितनी ही शिकायत कर लो कोई कार्यवाही नहीं। 

सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान को ठेके पर देने और उपभोक्ता से अंगूठा लगाने के बाद भी राशन नहीं देने की शिकायत पर जाँच को निकले जिला आपूर्ति अधिकारी ने खुद गरीबों के नाम पर दिए जाने वाले राशन की चोरी पकड़ी है और उसके बाद भी कसूरवारों पर एफआईआर नहीं की जा रही है। इस मामले को लेकर लीपापोती की आशंका जतायी जा रही है।

क्या है मामला: यह प्रकरण परतापुर क्षेत्र के एरिया थर्ड रिठानी स्थित अरुण शर्मा की सरकारी राशन की दुकान का है। जहां विगत चार जून को दोपहर एक बजे खुद जिला आपूर्ति अधिकारी ने क्षेत्रीय खाद्य सुनील कुमार और पूर्ति निरीक्षक फिरोज अख्तर को साथ लेकर अरुण शर्मा की दुकान पर पहुंचे। दुकान पर कोटेदार अरुण शर्मा नहीं मिला। नियमानुसार जिनके नाम दुकान पंजीकृत है वो यदि दुकान से अनुपस्थित होता हैं तो उन्हें पूर्व सूचना जिला आपूर्ति अधिकारी कार्यालय को देनी अनिवार्य है। दुकान को अनाधिकृत रूप से वर्णित गुप्ता व आकिब अली नाम के व्यक्ति को दुकान संचालित करते पाया गया। 

जिला आपूर्ति अधिकारी ने उक्त सरकारी राशन की दुकान के राशन के स्टॉक रजिस्टर मांगे गए तो रजिस्टर नहीं दिखाएँ गए। जिला आपूर्ति अधिकारी ने जब जांच की तो जांच में 54.25 कुंतल गेंहू व 57. 24 कुंतल चावल कम पाया गया। यानि सौ कुंतल से ज्यादा गरीबों का राशन ठिकाने लगा दिया गया था। इसको लेकर अरुण शर्मा को नोटिस देकर सफाई मांगी गयी है। एक ही दुकान पर जब 100 कुंतल से ज्यादा चावल गायब है तो जिले की बाकि दुकानों यदि हिसाब जोड़ दिया जाए तो आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि गरीबों के निवालों पर कितने बड़े स्तर पर डाका डाला जा रहा है। 

जिला आपूर्ति अधिकारी ने जनता दर्शन में आयी शिकायत में जब एक अन्य मैसर्स असगरी बेगम उचित दर विक्रेता अहमद नगर को नोटिस देकर उनसे स्टॉक कम पाए जाने के बारे में जवाब तलब किया गया है। जिला आपूर्ति अधिकारी ने विगत दिवस आशियाना कालोनी स्थित राशन डीलर कमर जिया की दुकान पर छापा मारा। दुकान तो खुली पायी गयी लेकिन यहां भी दुकान बजाए कमर जिया के कोई नफीस संचालित कर रहे थे। दरअसल इस दुकान की शिकायत एक उपभोक्ता द्वारा की गयी थी। जिसके बाद जिला आपूर्ति अधिकारी यहां पहुंचे थे। यहां से डीएसओ का काफिला सीधे हरि का पुल पहुंचा। यह दुकान किसी असगरी बेगम के नाम आवंटित है। इस दुकान को कोई नसीर अहमद संचालित कर रहा था। नसीर ने बताया कि असगरी बेगम बीमार हैं और चल फिर नहीं सकतीं। इसको लेकर डीएसओ ने असगरी बेगम को नोटिस थमा दिया है। जिसमें कहा गया है कि किसी अन्य से दुकान का संचालन कराना अनुबंध का उल्लंघन है। कार्ड धारकों को ई-पॉश मशीन पर अंगूठा लगवाने के बाद भी उन्हें राशन नहीं दिया जा रहा है। 

ऐसी शिकायतें बड़ी संख्या में जिला आपूर्ति अधिकारी को मिली हैं। नोटिस में साफ कहा गया है कि राशन की कालाबाजारी व मुनाफाखोरी की जा रही है। इसके अलावा स्टॉक में भी यहां कमी पायी गयी है। जिला आपूर्ति अधिकारी ने तीन दुकानों का निरीक्षण/छापा मारा और तीनों में ही खामियां पायी गयीं। आवंटियों ने अपनी दुकान दूसरे को ठेके पर चलाने के लिए दी हुई हैं।

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